Home उत्तर प्रदेश शतचंडी महायज्ञ व श्रीराम कथा की तैयारियां पूरी, कलश यात्रा आज

शतचंडी महायज्ञ व श्रीराम कथा की तैयारियां पूरी, कलश यात्रा आज

शतचंडी महायज्ञ व श्रीराम कथा की तैयारियां पूरी, कलश यात्रा आज
  • रामभद्राचार्य की कथा
  • पुलिस तथा आयोजन समिति के जिम्मे रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
  • भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जर्म
  • न पंडाल में भी बैरिकेटिंग

राजापाकड़/कुशीनगर भगवान बुद्ध व महावीर की पावन धरा पर मंगलवार 5 दिसम्बर से शुरु हो रहे शतचंडी महायज्ञ को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। पार्किंग, सुरक्षा व्यवस्था तथा अतिथिशाला आदि की व्यवस्था भी पूरी कर ली गयी है। आयोजको के अनुसार जगतगुरु रामभद्राचार्य के नौ दिवसीय प्रवास की व्यवस्था कथास्थल के निकट एक गांव में बनाई गई है।

रविवार को सेमराधाम में महायज्ञ एवम रामकथा के आयोजन लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय की अध्यक्षता में तैयारियों की गहन समीक्षा की गई। तैयारियों की बाबत जानकारी देते हुए चन्द्रप्रकाश यादव चमन, सुनील कुमार सुमन व अनिल कुमार निर्मल ने बताया कि तीन सौ फीट लम्बे जर्मन कथा पंडाल में पचास हजार महिला- पुरुष की बैठक व्यवस्था अलग-अलग आठ बैरिकेटिंग में किया गया है। वीआईपी गैलरी तथा पत्रकार दीर्घा के अलावा पांच हजार अतिरिक्त कुर्सियों की भी व्यवस्था है। महिलाओं व बीमार लोगों के लिए शौचालय, अन्य के लिए मोबाइल शौचालय तथा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। विभिन्न प्रदेशों से आने वाले करीब चार हजार भक्तों के प्रवास करने के दौरान उनके भोजन तथा जर्मन टेंट के अतरिक्त विभिन्न गांवों में भी अतिथिशाला बनाई गई है। कथास्थल, यज्ञमण्डप के निकट गांवों तक सुरक्षा के दृष्टिकोण से पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी गयी है। ताकि महिलाओं,बुर्जगों को कोई दिक्कत नहीं हो। सभी प्रमुख मार्गों पर तोरण द्वार भी बनाया गया गया है।यहां तक कि सभी प्रमुख मार्गों की मरम्मत का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।

ऐसे पहुंचा जा सकता है सेमराधाम

माँ वनस्पति देवी मंदिर सेमराधाम में चार पहिया या दो पहिया वाहन से‌ आसानी से पहुंचा जा सकता है। फोरलेन कसया-कुशीनगर की तरफ से आने वाले भक्त जोकवा बाजार के निकट उतर तरफ स्थित धनुवालिया मोड़ से नहर की पटरी पर चार किलोमीटर चल कर पहुंच सकते हैं। सेवरही,पडरौना की तरफ से आने वाले श्रद्धालु तुर्कपट्टी-कसया मार्ग पर स्थित छहूँ चौराहे से दक्षिण नहर की पटरी पर पांच किमी चलकर पहुंच सकते हैं। कसया से सपहा बाजार होकर भी छहूँ चौराहा मिल सकता है।गोपालगंज,फाजिलनगर,बघौचघाट की तरफ से आने वाले भक्त पावानगर डिग्री कालेज से रोड पर चार किमी चलकर देवपोखर से यज्ञस्थल तक पहुंच सकते हैं।

मंगलवार की सुबह पहुंचगे जगतगुरु रामभद्राचार्य,
सोहंग गांव में करेंगे रात्रिविश्राम

तुलसीपठाधीश्वर, रामभद्राचार्य के शिष्य अन्जेयदास ने बताया कि जगतगुरु मंगलवार की सुबह सोहंग गांव स्थित हैपी शुक्ल के नवनिर्मित आवास पर पहुंचेंगे। पांच दिसम्बर को ही दो बजे से रामकथा का शुभारंभ होगा। नौ दिनों तक उनका प्रवास सोहंग गांव ही होगा। अन्नजनेय दास ने विश्राम व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था तथा सुविधाजनक सड़क व्यवस्था देखकर सन्तोष व्यक्त किया।

कलश यात्रा आज,तैयारियां पूरी

शतचंडी महायज्ञ तथा रामकथा की कलशयात्रा सेमराधाम से प्रातः आठ बजे प्रारम्भ होगी। व्यवस्था सम्भाल रहे राणा सिंह, ज्ञान पांडेय, प्रमोद सिंह, महेंद्र दुबे ने बताया कि 5100 कलश कन्याएं लेकर चलेगीं। जिसके साथ हाथी,घोड़े व सैकड़ों वाहनों का काफिला विभिन्न गांवों से होकर घाघी नदी के  तट पर पहुंचेगा। जहाँ वैदिक रीति रिवाज से जल भरकर पुनः यज्ञ मण्डप तक ले आया जाएगा।