देश का सबसे बड़ा IPO,कंपनी आईपीओ से जुटाएगी 25,000 करोड़ रुपये

अगर हुंडई मोटर्स के आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल जाती है तो यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। फिलहाल, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा 2022 में लाया गया 2.7 अरब डॉलर का आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है।
आईपीओ बाजार में पुराने सारे रिकॉर्ड टूटने जा रहे हैं। दरअसल, हुंडई मोटर्स इंडिया देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड ने शनिवार को 25,000 करोड़ रुपये (करीब 3 अरब डॉलर) का आईपीओ लाने के लिए भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले यह रिकॉर्ड एलआईसी के नाम था। एलआईसी ने साल 2022 में 2.7 अरब डॉलर जुटाने के लिए आईपीओ पेश किया था।
प्रमोटर्स द्वारा बेचे जाएंगे शेयर
डीआरएचपी में दी गई जानकारी में कहा गया है कि इस आईपीओ के तहत कंपनी ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत 10 रुपये अंकित मूल्य वाले 14,21,94,700 शेयर बेचेगी। इस ओएफएस में कंपनी के प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचे जाएंगे। कंपनी ने आगे कहा कि आईपीओ के जरिए फर्म इक्विटी शेयरों को एक्सचेंज पर लिस्ट कराकर लिस्टिंग का लाभ प्राप्त करना चाहती है। हमें उम्मीद है कि इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग से विजिबिलिटी और ब्रांड इमेज बढ़ेगी।
इनकी नियुक्ति निवेश बैंक के तौर पर की गई
अगर हुंडई मोटर्स के आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल जाती है तो यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। फिलहाल, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा 2022 में लाया गया 2.7 बिलियन डॉलर का आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। हुंडई मोटर्स द्वारा शेयर बाजार में प्रवेश के लिए कोटक महिंद्रा, सिटीबैंक, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी को वैश्विक निवेश बैंक के तौर पर नियुक्त किया गया है।
मारुति के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटो कंपनी
मई में हुंडई मोटर्स इंडिया की बिक्री में साल-दर-साल 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 63,551 इकाई रही। मारुति सुजुकी के बाद यात्री वाहन बिक्री के मामले में हुंडई मोटर्स देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी ने भारत में अपना पहला विनिर्माण संयंत्र 1998 में स्थापित किया था, जबकि दूसरा 2008 में शुरू हुआ था। पिछले साल हुंडई मोटर्स समूह ने भारत में करीब 3.75 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी।