हाथों में चप्पल लेकर महिलाओं ने घेरा थाना ,पुलिस कस्टडी में हुई थी युवक की मौत

पश्चिम बंगाल के 24 परगना में हिरासत में मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद सौ से ज्यादा गुस्साई महिलाओं ने हाथों में चप्पल, जूते और बेलन लेकर थाने का घेराव कर दिया। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने गेट बंद कर अपना बचाव किया। इस संबंध में युवक के परिजनों ने एसपी सुंदरबन से शिकायत की है। पश्चिम बंगाल के 24 परगना के धोलाहाट थाने को सैकड़ों महिलाओं ने घेर लिया है।
महिलाएं पुलिस को चप्पल दिखा रही हैं और उन्हें धमका रही हैं। इन महिलाओं के तेवर देखकर पुलिस भी डर गई है। पुलिसकर्मी अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं। यह नजारा मंगलवार को धोलाहाट थाने में देखने को मिला, जब चोरी के आरोप में पकड़े गए एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। फिलहाल एसडीपीओ और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और लोगों को समझाकर शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।
थाने के बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं के अनुसार 30 जून को धोलाहाट के घाट मुकुलतला इलाके में चोरी की घटना हुई थी। उस मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर एक युवक को गिरफ्तार किया था और थाने ले जाकर उसकी बुरी तरह पिटाई की थी। हालांकि अगले दिन जब युवक जमानत पर बाहर आया तो उसकी तबीयत काफी खराब थी। उसे लॉकअप से सीधे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि युवक को थर्ड डिग्री दी गई है।
युवक की हालत को देखते हुए उसे पहले मथुरापुर प्रखंड अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मौत हो गई जब वहां डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए तो उसे डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां भी युवक की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे चित्तरंजन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद परिजनों ने उसे पार्क सर्कस स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान सोमवार की देर रात युवक की मौत हो गई। जैसे ही यह खबर युवक के गांव पहुंची तो लोग आक्रोशित हो गए और हाथों में चप्पल, जूते, बेलन, चिमटा आदि लेकर थाने का घेराव कर दिया।
एसपी सुंदरवन को दी शिकायत
युवक के परिजनों ने बताया कि मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं। पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री से बुरी तरह प्रताड़ित किया और जब उसकी हालत बिगड़ गई तो उसे आनन-फानन में जमानत दे दी। परिजनों ने इस घटना के लिए चार पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया है। इनमें एक इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। परिजनों ने इस संबंध में सुंदरवन पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दी है। मांग की गई है कि आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।