भड़क गई दुल्हन: नही करनी संविदा वाले लड़के से शादी , ऐसा दूल्हा मंजूर नहीं

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में एक शादी उस समय विवाद का कारण बन गई जब दुल्हन ने शादी से ठीक पहले यह कहकर शादी से इनकार कर दिया कि उसे दूल्हे द्वारा दिए गए जेवर और उसकी ठेकेदारी की नौकरी पसंद नहीं आई।
यह घटना उरई के राजपाल रिजॉर्ट में हुई, जहां दूल्हा आकाशदीप बारात लेकर पहुंचा था। जयमाला और अन्य रस्में पूरी हो चुकी थीं, लेकिन शादी से पहले दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया और मंडप छोड़कर चली गई। दूल्हा आकाशदीप (35) डकैती कोर्ट में संविदा लिपिक के पद पर कार्यरत है। उसकी शादी कदौरा थाना क्षेत्र के उकुरुवा गांव की युवती से तय हुई थी। दोनों परिवारों के बीच एक साल पहले रिश्ता तय हुआ था।
रविवार को बैंड-बाजा के साथ बारात रिजॉर्ट पहुंची। स्वागत हुआ। जयमाला की रस्म पूरी हो गई और दोनों पक्षों ने साथ में खाना भी खाया। सबकुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन जैसे ही फेरों की रस्म शुरू होने वाली थी, दुल्हन ने दूल्हे पक्ष की ओर से लाए गए आभूषणों को देखकर नाराजगी जताई। दुल्हन मंडप से उठकर अंदर चली गई दुल्हन ने कहा कि सोने के आभूषण बहुत हल्के थे और लड़का ठेकेदारी करता है, इसलिए वह शादी नहीं करेगी।
यह सुनते ही दोनों पक्षों में हंगामा मच गया। दुल्हन मंडप से उठकर अंदर चली गई और बार-बार समझाने के बावजूद वापस नहीं लौटी। दूल्हे पक्ष के एक रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि लड़की और उसके परिवार को आकाशदीप की नौकरी और स्थिति के बारे में पहले से ही पूरी जानकारी थी। एक साल तक कोई आपत्ति नहीं जताई गई, लेकिन ऐन वक्त पर शादी से इनकार करना ड्रामा लग रहा है। उन्होंने कहा, जयमाला तक सब ठीक था। सभी रिश्तेदार खुश थे। खाना-पीना भी साथ-साथ हुआ, लेकिन अचानक यह सब हो गया।
दूल्हा-दुल्हन पक्ष ने एक दूसरे पर लगाए ये आरोप
शादी टूटने के बाद लड़के पक्ष ने आरोप लगाया कि लड़की पक्ष के कुछ लोग सोने-चांदी के जेवर लेकर मौके से गायब हो गए। इतना ही नहीं आरोप है कि दूल्हे पक्ष के कुछ लोगों को बंधक बनाकर मारपीट और बदसलूकी की गई। इसके बाद मामला थाने पहुंचा। वहीं, लड़की पक्ष ने दूल्हे पर धोखाधड़ी और झूठ बोलने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि लड़के ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया, जबकि वह संविदा पर कार्यरत है। साथ ही लड़के पक्ष ने दहेज में 18 लाख रुपये की मांग भी की। इससे तंग आकर लड़की पक्ष ने समय रहते रिश्ता तोड़ने का फैसला कर लिया।
घटना की जानकारी मिलने पर उरई कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायती पत्र दिया है। समझौते का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं बनी। अब मामले की जांच कर साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।