मोदी 3.0 कैबिनेट में बंगाल के दो सांसदों को मिलेगी जगह, जानें कौन बन रहे हैं मंत्री?

नरेंद्र मोदी रविवार शाम को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। मोदी 3.0 कैबिनेट में पश्चिम बंगाल से दो भाजपा सांसदों को मंत्री पद मिल सकता है। इसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पूर्व मंत्री शांतनु ठाकुर का नाम सामने आ रहा है।
नरेंद्र मोदी की 3.0 कैबिनेट में पश्चिम बंगाल से दो सांसदों को जगह मिलने जा रही है, हालांकि अभी मंत्रियों के नामों की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। रविवार शाम को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले नरेंद्र मोदी ने सुबह अपने आवास पर कुछ सांसदों को चाय पर आमंत्रित किया था। कयास लगाए जा रहे थे कि जिन लोगों को चाय पर आमंत्रित किया गया था, उन्हें कैबिनेट में भी जगह मिलेगी। बंगाल के जिन दो प्रतिनिधियों को नरेंद्र मोदी के साथ चाय पर आमंत्रित किया गया था, उनमें सुकांत मजूमदार और शांतनु ठाकुर शामिल हैं।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों मंत्री बन रहे हैं। हालांकि, इस बार भी बंगाल को पूर्ण मंत्री नहीं मिल रहा है। सूत्रों का कहना है कि दोनों को राज्य मंत्री का दर्जा मिल सकता है। पिछली कैबिनेट में शांतनु ठाकुर जहाजरानी मंत्रालय में राज्य मंत्री थे। इस बार उन्हें क्या जिम्मेदारी दी गई है? लोगों की निगाहें इस पर टिकी हैं।
सुकांत मजूमदार हैं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
सुकांत मजूमदार फिलहाल बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैं। वे बालुरघाट से सांसद हैं। इस बार भी वे इसी सीट से चुनाव जीतकर दोबारा लोकसभा पहुंचे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि सुकांत मजूमदार को इनाम के तौर पर मंत्रालय दिया जा रहा है। शांतनु को 2021 में जहाजरानी राज्य मंत्री बनाया गया था। वे बंगाल में मतुआ संघाधिपति हैं। मतुआ वोट बंगाल में भाजपा के वोट बैंक का अहम हिस्सा हैं। इस वजह से शांतनु ठाकुर को फिर से मोदी कैबिनेट में जगह मिल रही है। प्रदेश भाजपा में कई लोगों का कहना है कि शांतनु ठाकुर दक्षिण बंगाल के बनगांव से सांसद हैं, जबकि सुकांत मजूमदार उत्तर बंगाल से आते हैं। ऐसे में उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल से एक-एक सांसद को मंत्री बनाया जा रहा है।
2021 में पहली बार मंत्री बने शांतनु ठाकुर
जब मोदी 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, तब बंगाल से दो लोगों को राज्य मंत्री बनाया गया था। बाबुल सुप्रियो और सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया को उनकी कैबिनेट में जगह मिली। अगली बार यानी 2019 में मोदी ने बाबुल सुप्रियो के साथ देबाश्री चौधरी को मंत्री बनाया। जुलाई 2021 में दोनों को कैबिनेट से हटा दिया गया। बंगाल से चार लोगों को मंत्रालय मिला। उस समय बोनगांव के शांतनु ठाकुर को जहाजरानी राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था। इसके अलावा निशीथ प्रमाणिक, जॉन बारला और सुभाष सरकार को भी कैबिनेट में जगह मिली है। लेकिन सभी को राज्य मंत्री बनाया गया। मोदी की किसी भी कैबिनेट में बंगाल से अभी तक किसी को पूर्ण मंत्री नहीं बनाया गया है।
मोदी कैबिनेट में 4 मंत्रियों को जगह मिली
चारों मंत्रियों में से जॉन बारला को इस बार लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। निशीथ प्रमाणिक और सुभाष सरकार हार गए हैं। बंगाल के मंत्रियों में सिर्फ शांतनु ठाकुर ही विजयी हुए। उन्हें कैबिनेट में रखा जा रहा है। साथ ही नए चेहरे भी लाए जा रहे हैं। ऐसी अटकलें थीं कि इस बार बंगाल के तामलुक से विजयी उम्मीदवार और हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय और अलीपुरद्वार से विजयी उम्मीदवार मनोज तिग्गा को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, लेकिन अब सुकांत मजूमदार और शांतनु ठाकुर का नाम सामने आ रहा है।